कल मेरे बच्चे की मौत हो गई | Hindi sad poetry

Hindi sad poetry

 

कल मेरे बच्चे की मौत हो गई
लोग मुझे रोने नहीं दिए
मेरा रोना इंसानों के लिए अपशगुन हो जाता है
लोग मुझे मार के भगा दिए
कब्र मिली की नहीं उसे
मुझे नहीं पता
क्यों लोगों में इतनी नफरतें हैं
ये  भी  नहीं पता
मेरा कोई मालिक नहीं है
मैं आज़ाद हूँ
रहने का कोई ठिकाना नहीं है
मैं बिल्ली हूँ
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