कहने को बहुत कुछ बाकी सा रह जाता है
Hindi romantic kavita
कहने को बहुत कुछ बाकी सा रह जाता है
जब कोई सुनने वाला मिल जाता है
शर्माना सीख जाते हैं हम
जब किसी से प्यार हो जाता है
इजहार कैसे करते हैं
ये किसी जुआ से कम नहीं है
कभी आँख बंद करके भी उसे देखना
आँखों पे इतना भरोसा मत करना
उसकी हँसी में जी लेना
और उसके गम में भी थोडा रो लेना
मौका मिले अगर खुद से
तो ज़िंदगी भर के लिए उसका हो लेना
कहने को बहुत कुछ बाकी सा रह जाता है Hindi romantic kavita
Writer
Very nice Akhand Nice thought.
Uttam