कुछ वक्त ऐसा भी गुजरता है Hindi sad poetrycopyright free from pexels

 Hindi sad poetry

कुछ वक्त ऐसा भी गुजरता है
की हम नज़र अंदाज़ में होते हैं
अपने तो  हर रोज दुआएं देते हैं
फिर भी कुछ खास नहीं होता है
और उन आंसुओं की कोई कीमत नहीं होती है
जिनको पोछने वाला कोई नहीं होता है
और रिश्तों की दीवारे भी कमजोर पढ़ जाती हैं
जिनमे वफ़ादारी का कोई ईंट नहीं होता है
मेरी हरकतों पे उसकी नज़र होती है
उसके हारने की और क्या वजय हो सकती है
उसके तमाम कोशिशों के बावजूद भी मैं रोया नहीं
ऐसा क्या है मेरे आसुंओं में जो उसको सुकून मिलता है
कुछ वक्त ऐसा भी गुजरता है Hindi sad poetry

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