प्यार हमें भी हुआ था | Hindi romantic poem

प्यार हमें भी हुआ था

 Hindi romantic poem

प्यार हमें भी हुआ था |
तूफानों के गाँव में दिया लेके चला था ||
जमाने की मैं सुनता नहीं |
हुआ यूँ की घंटों उसको सुना था ||
रात दिन कैसे गुज़रा ये जमाना जानता है |
आशिकी सिर्फ मेरी नहीं ये तुम भी जानते हो ||
हर एग्जाम की बाखूबी तैयारी करता था  |
निबंध बाद में पहले प्रेमपत्र लिख लेता था  |
हर वो चीज मैंने छोड़ दी थी |
जो उसे अच्छा नहीं लगता था ||
उसे अब भी मैं चाहता हूँ |
ये भी उसे अच्छा नहीं लगता है ||
माँ मुझे नहीं बदलती है |
ये इश्क में ही क्यूँ अदला – बदली चलती है ||
ये इंसानों की फितरत है |
या इश्क के बाज़ार में यही चलता है ||

प्यार हमें भी हुआ था | Hindi romantic poem

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