मिली है जो विरासतें Hindi motivational poetry
Hindi motivational poetry
मिली है जो विरासतें
उसे यूँ ना बर्बाद करो
मुश्किल से ईमान रौशन है
उसे यूँ ना गुनेहगार करो
दिन चमकता है
उसे बेशक प्यार करो
रात अंधेरों का है
उसे यूँ ना बदनाम करो
दुश्मन अगर मिल जाये
हरि समझ के नमस्कार करो
इश्क़ अगर समझ में ना आये
तो दर्द का ही कारोबार करो
लड़ाइयां अकेले ही लड़नी है
ये समझो और ऐलान करो
चिल्लाने से कुछ नहीं होगा
जाओ बढ़ो कुछ काम करो
मिलेगा ना कुछ इस हालात पे
थोड़ा और ज़ख़्मों से बात करो
ज़मीं आसमां हिल जाये
कुछ ऐसा काम करो
मिली है जो विरासतें Hindi motivational poetry
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