मेरे मालिक मेरा भी नाम अमीरों में दर्ज कर दे Sad Poetry

 Sad Poetry

मेरे मालिक मेरा भी नाम अमीरों में दर्ज कर दे
और गरीबों पे जुल्म ढाने का हक़ दे दे
मेरे चहरे से हर शख्स  पहचाने
शोहरत में मेरा भी नाम शामिल कर दे
लोग पूछें मेरे भी हौसले के  बारे में
कुछ तो ऐसा करामात कर  दे
और हर आशिकों की जुबान पे मेरा भी नाम  हो
मोहब्बत में  कुछ ऐसा मुकाम  दे  दे
नज़र अंदाज ना कर सके ये जमाना
कोई ऐसा एक हुनर मेरे अंदर भर दे
और मर के भी मैं जिन्दा रहूँ
कोई ऐसा एक काम मुझसे करा दे
मेरे मालिक मेरा भी नाम अमीरों में दर्ज कर दे Sad Poetry

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