वो लोग बहुत दूर निकल गए Hindi sad poetry
Hindi sad poetry
वो लोग बहूत दूर निकल गए
जो पहले बहुत करीब थे
कुछ अभी देखने को मिल जाते हैं
तो कुछ हमेशा के लिए गायब हो गए
वो चेहरे तुम्हे याद आते हैं
या आज के चेहरे में खो गए हो
मैं अब चेहरे पे ध्यान नहीं देता हूँ
उसके पीछे जो छुपा है उससे मिल लेता हूँ
मेरे सारे दोस्त मौत के घर चले गए
सभी मतलबी थे अकेले चले गए
कई दिनों बाद पता चला, दोस्त सही थे
मौत ने ही नेवता नहीं दि थी
वो लोग बहुत दूर निकल गए Hindi sad poetry
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