इतना दर्द भर देंगे /Hindi Poetry
इतना दर्द भर देंगे
हर एक वक़्त में
कि ख़्वाबों को पूरा करने के लिए
ख़ुदा मज़बूर हो जायेंगे
हर ज़ख्मों को खेतों में बो देंगे
और उन्हें ही खा के ज़िंदा रहेंगे
फिर देखते हैं
आप कैसे नज़र अंदाज़ करते हैं
अपने ही आँसुओं कि दरिया में
जब कश्ती लेके उतरेंगें
फिर देखते हैं मेरी चाहतों को मिटाने वाले
कितना जिग़रा रखते हैं
By Akhand Pratap Chauhan
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