धरम संकट में पड़ गईल Bhojpuri Lokgeet
Bhojpuri Lokgeet
छोड़ के रामलीला देखयं रासलीला
चखना खइले पे कहें भईया तूँहूँ ले ला
अब ना होई पाई रखवाली छोटकन कै
भांग गांजा पे खर्च होई जवानी
धरम संकट में पड़ गईल
ना कोई बाजा , ना बाराती
ना ससुर , ना सास
मम्मी – पापा ना आइयें
अब होई कोट – मैरेज
धरम संकट में पड़ गईल
ना हर – ज्वाठ , ना बरधा
ना गोबर की खाद
छिटल जाई यूरिया – डाई
और टक्टर से होई जोताई
धरम संकट में पड़ गईल
ना बकरी , ना गाय का दूध
ना नदियन कई दहिया
भूल गए मख्खन और माठा
बिकय पाउडर , पैकिट
धरम संकट में पड़ कईल
अब ना चलिहये देशी – महुआ
ना चलिहय छत्तीसा
पियें झोर के रेड लेबल
और उपर से मांगे सोडा
धरम संकट में पड़ गईल
अब ना बिकी चटहिया चलेबी
ना केहू खाई गुड़ कई खाझा
चहिया पी के करें दवाई
अव मर गईले पे बजे शहनाई
धरम संकट में पड़ गईल
धरम संकट में पड़ गईल Bhojpuri Lokgeet
Writer