यार मुझे बचा लो Hindi sad kavita

Akhand

 Hindi sad kavita

 

यार मुझे  बचा लो

मुझमे कोई  बहरूपिया रहता  है
कहीं खो ना जाऊं मैं
मुझमे कोई  जंगल भी रहता है
मुझे पकड़ो वहां नफ्रतें जादे हैं
मुझमे  कई शरहदें भी हैं
यार कोई तो आओ उजाला लेके
मुझमे अंधेरों का काफ़िला भी है
दूर से ही मुझे बचा लेना
मुझमे प्यार का  बंधन भी है
मिलना भी तो देर तक ना मिलना
मुझमे थोड़ी नफ्रत भी  है
यार मुझे बचा लो Hindi sad kavita

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top